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विश्वविद्यालयों व कॉलेजों को जल्द मिल सकती है यूजीसी की अनुमति, पाठ्यक्रम का 40 फीसदी हिस्सा पढ़ा सकेंगे ऑनलाइन


विश्वविद्यालयों व कॉलेजों को जल्द मिल सकती है यूजीसी की अनुमति, पाठ्यक्रम का 40 फीसदी हिस्सा पढ़ा सकेंगे ऑनलाइन

UGC NEWS: यूजीसी के मसौदा मसौदा संकल्पना के तहत जल्द की उच्च शिक्षण संस्थानों को किसी सिलेबस के 40 फीसदी हिस्से को ऑनलाइन मोड के जरिए पढ़ाने की अनुमित मिल सकती है. इस संबंध में यूजीसी ने 6 जून तक सुझाव मांगा है.

विश्वविद्यालयों व कॉलेजों को जल्द मिल सकती है यूजीसी की अनुमति, पाठ्यक्रम का 40 फीसदी हिस्सा पढ़ा सकेंगे ऑनलाइन

UGC NEWS: यूजीसी उच्च शिक्षण संस्थानों को दे सकता है किसी भी पाठ्यक्रम के 40 फीसदी हिस्से को ऑनलाइन मोड में पढ़ाने की अनुमति.

नई दिल्ली. विश्वविद्यालय और कॉलेजों को जल्द ही यूजीसी (UGC) की ओर से किसी भी सिलेबस का 40 फीसदी हिस्सा ऑनलाइन पढ़ाने की मंजूरी मिल सकती है. यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन की ओर से गठित की गई विशेषज्ञ समिति के विश्वविद्यालयों, कालेजों में मिश्रित एजुकेशन विषय पर मसौदा संकल्पना में इस बात का जिक्र किया गया है. कमीशन ने इस पर 6 जून 2021 तक सुझाव मांगे हैं.

60 फीसदी पाठ्यक्रम पढ़ाया जाएगा ऑफलाइन

विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस संबंध में कमीशन के सचिव रजनीश जैन ने कहा कि विश्वविद्यालय और कॉलेजों में किसी भी सिलेबस के 40 फीसदी हिस्से को ही ऑनलाइन मोड से पढ़ाने की अनुमति दी जाएगी, बाकी बचा 60 फीसदी पाठ्यक्रम ऑफलाइन के जरिए पढ़ाया जाए. सचिव के अनुसार दोनों ही माध्यमों में परीक्षाओं का आयोजन ऑनलाइन मोड में किया जा सकता है.

क्या है मसौदा संकल्पना

मसौदा संकल्पना को नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के आधार पर तैयार किया गया है. इसमें विशेषज्ञों की टीम की ओर से ऑनलाइन व ऑफलाइन मिश्रित शिक्षण कार्य के लिए योजना बनाई जा रही है.

यह होगा फायदा

मसौदा संकल्पना के अनुसार विद्यार्थियों के लिए मिश्रित एजुकेशन (ऑनलाइन-ऑफलाइन) के फायदे हैं और इससे बेहतर ढंग से सीखने का मौका मिलता है. सूचना के आदान-प्रदान में भी काफी इसकी अहम भूमिका होगी.

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वहीं मसौदा में मिश्रित एजुकेशन के तहत शिक्षक की भूमिका को परिभाषित किया गया है. जिसके तहत कहा गया है कि शिक्षकों की भूमिका पढ़ाई में ज्ञान प्रदान करने के साथ आगे बढ़कर कोच और मार्गदर्शक की होगी.

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CBSE 12th Exam 2021 : होम सेंटर पर ही होगी 12वीं की परीक्षा, सीबीएसई ने रखा ये प्रस्ताव

CBSE 12th Exam 2021 : उच्चस्तरीय बैठक में दिल्ली को छोड़कर सभी राज्य 12वीं की बोर्ड परीक्षा आयोजित कराने को तैयार हो गए हैं. साथ ही परीक्षा होम सेंटर पर ही आयोजित होगी.

CBSE 12th Exam 2021 : होम सेंटर पर ही होगी 12वीं की परीक्षा, सीबीएसई ने रखा ये प्रस्ताव

सीबीएसई 12वीं की परीक्षाएं जून के आखिरी सप्ताह में कराने को तैयार है.

नई दिल्ली. रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में राज्यों के शिक्षा मंत्रियों और शिक्षा सचिवों के साथ हुई उच्चस्तरीय बैठक में कई अहम बिंदुओं पर सहमति बनी है. सूत्रों के अनुसार दिल्ली को छोड़कर सभी राज्य 12वीं की बोर्ड परीक्षा आयोजित करने को तैयार हैं. इसके अलावा राज्यों ने परीक्षाओं के लिए होम सेंटर की मांग की. इसे भी मान लिए जाने की खबर है. परीक्षा केंद्र पर पासवर्ड प्रोटेक्टेड ई पेपर भेजे जाएंगे. साथ ही सीबीएसई ने भी कहा है कि वह जून के आखिरी सप्ताह में परीक्षा आयोजित के लिए तैयार है. परीक्षा में ऑब्जेक्टिव टाइप प्रश्न पूछे जाएंगे. मीडिया रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि सीबीएसई ने बोर्ड परीक्षा आयोजित करने को लेकर शिक्ष मंत्रालय के सामने दो विकल्प रखे हैं. एक विकल्प है, सिर्फ बड़े विषयों की परीक्षा आयोजित करना और दूसरा है सिर्फ 90 मिनट की परीक्षा. जिसमें सिर्फ ऑब्जेक्टिव टाइप प्रश्न पूछे जाएंगे.

एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार सीबीएसई ने शिक्षा मंत्रालय के सामने सिर्फ बड़े विषयों की परीक्षा आयोजित करने का भी प्रस्ताव रखा है. सीबीएसई 12वीं में 174 विषय ऑफर करता है. इसमें से बोर्ड 20 को बड़े और महत्वपूर्ण विषय मानता है. इनमें भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, गणित, बायोलॉजी, इतिहास, राजनीति विज्ञान, बिजनेस स्टडीज, अकाउंटेंसी, भूगोल, अर्थशास्त्र और अंग्रेजी विषय शामिल हैं. छात्र अधिकतम छह विषय और कम से कम पांच विषय पढ़ते हैं. जिसमें से आमतौर पर चार बड़े विषय होते हैं.

एक जून को होगी परीक्षा तिथि की घोषणा 

इस बैठक में केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी और सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर भी शामिल थे. बैठक में चर्चा के बाद शिक्षा मंत्रालय ने कहा कि सीबीएसई के बोर्ड परीक्षा की तिथियों की घोषणा एक जून या इससे पहले की जाएगी. बता दें कि इससे पहले सीबीएसई ने कोरोना महामारी के कारण 14 अप्रैल को 12वीं की बोर्ड परीक्षा स्थगित कर दी थी. बोर्ड ने उस समय कहा था कि इस पर फैसला एक जून को लिया जाएगा.

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